भारत जोड़ों की प्रथम वर्षगांठ पर बस्ती में कांग्रेसजनों ने निकाली पदयात्रा

 भारत जोड़ों की प्रथम वर्षगांठ पर बस्ती में कांग्रेसजनों ने निकाली पदयात्रा

पदयात्रा निकालकर कांग्रेस ने नफरत की राजनीति पर की चोट

बस्ती में गूंजा नफरत छोडो, भारत जोड़ो, नारा


बस्ती। भारत जोड़ो यात्रा की प्रथम वर्षगांठ पर बस्ती शहर में कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं ने पदयात्रा निकाली। जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ‘ज्ञानू’ की अध्यक्षता में सैकड़ों कांग्रेसी पार्टी दफ्तर पर इकट्ठा हुये। यहां से निकली यात्रा गांधीनगर कम्पनीबाग होते हुये शास्त्री चौक पहुंची। इस दौरान नफरत छोडो, भारत जोड़ो, जाति पात का बंधन तोड़ो, भारत जोड़ों भारत जोड़ो जैसे नारों की गूंज सुनाई दी।

प्रदेश महासचिव जयकरन वर्मा एवं जिला प्रभारी कर्मराज यादव ने कहा पूरा देश समझ चुका है, पिछले एक दशक से जाति धर्म के नाम पर केन्द्र की मोदी सरकार ने देश के नागरिकों में नफरत भर दी है। नागरिक अच्छे दिनों की उम्मीद मे जो कुरबानी दे रहे हैं उससे भारत कई दशक पीछे हो गया। राहुल गांधी ने 4 हजार किमी. पैदल यात्रा करके इसे करीब से देखा और अनुभव किया है। लेकिन अब नफरत का जवाब जनता मोहब्बत से दे रही है और करोड़ों नागरिक उनके हाथों को मजबूत करने में जुट गये हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र प्रताप नारायण पाण्डेय बबलू भइया ने कहा जब से विपक्षी दलों का नया गठबंधन इण्डिया बना है तब से भाजपा में बौखलाहट देखी जा रही है। देश के नागरिकों को पूरा भरोसा हो चुका है कि धरातल पर विकास और सभी को साथ लेकर चलने में सिर्फ कांग्रेस सक्षम है।

भाजपा ने सिर्फ जनता को छला है और भावनात्मक रूप से बड़े बड़े सपने दिखाकर जनता के ऊपर महंगाई, भ्रष्टाचार और बेराजगारी का बोझ लाद दिया है। पूर्व विधायक अंबिका सिंह, जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय एवं सदर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा बुरा वक्त ज्यादा लम्बा नही होता, 2024 में नफरत का कारोबार बंद होगा और पूरे देश में अमन चैन और भाई चारा की संस्कृति फिर से स्थापित होगी। यात्रा के समापन पर शास्त्री चौक पर लाल बहादुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात पार्टी प्रवक्ता मो. रफीक खां, पीसीसी सदस्य प्रेमशंकर द्विवेदी, अनिरूद्ध त्रिपाठी, विश्वनाथ चौधरी ने कहा कड़ी कड़ी भारत जुड़ रहा है, जितनी मजबूती से भारत जुड़ रहा है उतना ही तेजी से नफरत का कारोबार बंद हो रहा है, जो 2024 में सत्ता परिवर्तन का स्पष्ट संकेत है।

यात्रा के दौरान नर्वदेश्वर शुक्ल, सूर्यमणि पाण्डेय, देवानंद पाण्डेय, महेन्द्र श्रीवास्तव, गिरजेश पाल, बालमुकुन्द मिश्रा, शौकत अली नन्हू, डा. वाहिद अली, सुरेन्द्र मिश्रा, प्रमोद द्विवेदी, राना प्रताप सिंह, घनश्याम शुक्ल, डा. शीला शर्मा, भूमिधर गुप्ता, अमरबहादुर शुक्ल तप्पे, रामप्रीत दुसाद, फिरोज खां, रविन्द्र सिंह राजन, रमेश उपाध्याय, अतीउल्लह सिद्धीकी, सलाहुद्दीन वित्तन, गुडडू सोनकर, हरिश्चन्द्र शुक्ल, कुंवर जितेन्द्र सिंह, अशफाक आलम कुरेशी, अलीम अख्तर, अमित सिंह, नीलम विश्वकर्मा, लालजीत पहलवान, गंगा प्रसाद मिश्र, आनंद राजपाल, अशोक श्रीवास्तव, जितेन्द्र चौधरी, रंजना सिंह, अवधेश सिंह, मंजू पाण्डेय, डा. अजय शुक्ल, शुभम गांधी, राकेश पाण्डेय गांधियन, कंचन विश्वकर्मा, नफीस अहमद, महबूब हसन, सत्यप्रकाश सिंह, विरेन्द्र प्रताप पाण्डेय, मो. अशरफ अली, शिवाकांत तिवारी, पवन तिवारी, शेर मोहम्मद, सिद्धीक पेण्टर, कमरूलहुदा कम्मो, अंगद शर्मा, इम्तियाज अहमद, अजीज इदरीशी, मुस्तफा हुसेन, संतराम, साध्ू पाण्डेय, सानंद पाठक, अंकित त्रिपाठी, दुर्गा देवी, अब्दुल हमीद, अभिषेक सूर्यवंशी, मनोज यादव, मनोज चौधरी, सीमा देवी, लीला देवी, सुमन, राधा देवी, प्रदीप कुमार, जगदीश शर्मा आदि ने योगदान दिया।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.