मानसून के दिनों में गन्ने की बुवाई की शुरुआत
अभी तक शरद व बसंत कालीन में गन्ने की बुवाई होती रही है लेकिन अब गन्ना क्षेत्र में बरसात के दिनों में गन्ने की बुवाई की शुरुआत हुई है, गन्ना क्षेत्र मे यह विधि ने सबको चौंका दिया है। इसकी शुरुआत बभनान चीनी मिल द्वारा हरैया विधानसभा के परशुरामपुर विकास क्षेत्र के सेहरा पट्टी गांव में किसान शैलेंद्र चौधरी ने बुवाई की है। मिल के महाप्रबंधक दिनेश राय ने बताया अब तक किसान गर्मी व सर्दी के दिनों में गन्ने की बुवाई करते थे। बरसात के दिनों में वह गन्ने की सिंचाई, कीट एवं रोग से बचाने पर ही पूरा ध्यान देते थे।
आधुनिक युग में अब ये गुजरे जमाने की बात नजर आने लगी है। नई तकनीक के सहारे किसानों का भी नजरिया बदला है और गन्ने की अधिक पैदावार व अगैती खेती की ओर उनका ध्यान गया है। गन्ना प्रबंधक जितेंद्र त्यागी ने कहा मानसून के दिनों में गन्ने की बुवाई की शुरुआत सेहरा पट्टी में हुआ है।
मिल द्वारा किसानों को जागरूक किया तो उनका रुझान भी इस खेती की तरफ बढ़ा है। टिश्यू कल्चर व सिंगल बड विधि से बुवाई के बाद मानसून के दिनों में गन्ने की बुवाई नई इबारत लिखेगी। किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
इस दौरान अरविंद राणा, राज प्रताप सिंह, रामहित पांडे, दीपक वर्मा, नरेंद्र दुबे सहित कई प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।


