सफाईकर्मियों ने सौंपा 16 सूत्रीय ज्ञापन, आर्थिक उगाही, उत्पीड़न बंद करने की मांग
बस्ती । गुरूवार को उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ पदाधिकारियों और सफाईकर्मियों ने जिलाध्यक्ष अजय कुमार आर्य के नेतृत्व में जिलाधिकारी को सम्बोधित 16 सूत्रीय ज्ञापन उनके प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में मांग किया गया है कि सफाई कर्मियों का उत्पीड़न, आर्थिक दोहन बंद कर जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय और विकास खण्डोें में मौखिक और अनियमित तरीके से सम्बद्ध सफाई कर्मचारियों को उनके मूल तैनाती स्थल पर भेजा जाय।
सौंपे ज्ञापन में सभी सफाई कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दिलाये जाने, दिव्यांग सफाई कर्मचारियों को शासनादेश के अनुसार दिव्यांग भत्ता उपलब्ध कराने, डीपीआरओ कार्यालय में कार्यरत कुछ कर्मचारियों की मिली भगत से सफाई कर्मियों का शोषण बंद किये जाने, सफाई कर्मियों से मनमानी वसूली, आर्थिक शोषण बंद कराये जाने, सेवा पुस्तिका, एनपीएस पासबुक को पूर्ण कराते हुये सफाई कर्मियों को अवलोकित कराये जाने, गौर विकास खण्ड में तैनात रहे सफाई कर्मी हरिश्चन्द्र और रामनगर विकास खण्ड में मृतका सोना देवी के परिजनों की नियमानुसार नियुक्ति किये जाने, सफाई कर्मियों की ऑन लाइन उपस्थिति न कराये जाने, वर्षो से जिला मुख्यालय और ब्लाक मुख्यालयांे पर तैनात सफाई कर्मियों को उनके मूल तैनाती स्थल पर भेजे जाने, सफाई कर्मचारियों को सफाई उपकरण किट दिये जाने, महिला सफाई कर्मियों की नियुक्ति तैनाती स्थल से 5 किलोमीटर के दायरे में किये जाने, सामूहिक टीम में डियूटी से मुक्त किये जाने, सफाई कर्मचारियों से छुट्टा मवेशियों को पकड़ने या गौशाला का कार्य न लिये जाने, सफाई कर्मचारियों का पेरोल शासनादेश के अनुसार ग्राम प्रधान द्वारा ही जमा कराये जाने, वंचित सफाई कर्मियों की एसीपी लगाये जाने आदि की मांग शामिल है।
ज्ञापन सौंपने के बाद जिलाध्यक्ष अजय कुमार आर्य ने कहा कि सफाई कर्मियों का उत्पीड़न बंद न हुआ तो संघ आन्दोलन को बाध्य होगा। जिला मंत्री मनोज चौहान, कोषाध्यक्ष पेशकार, अमित चक्रवर्ती आदि ने कहा कि सफाई कर्मियों के आर्थिक, मानसिक उत्पीड़न पर रोक लगाया जाय।
ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से अशोक कुमार दूबे, बलराम यादव, संजय यादव, रूदल कुमार, जसवन्त कुमार, सूर्य प्रकाश पाण्डेय के साथ ही संघ पदाधिकारी और सफाईकर्मी शामिल रहे।
सौंपे ज्ञापन में सभी सफाई कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दिलाये जाने, दिव्यांग सफाई कर्मचारियों को शासनादेश के अनुसार दिव्यांग भत्ता उपलब्ध कराने, डीपीआरओ कार्यालय में कार्यरत कुछ कर्मचारियों की मिली भगत से सफाई कर्मियों का शोषण बंद किये जाने, सफाई कर्मियों से मनमानी वसूली, आर्थिक शोषण बंद कराये जाने, सेवा पुस्तिका, एनपीएस पासबुक को पूर्ण कराते हुये सफाई कर्मियों को अवलोकित कराये जाने, गौर विकास खण्ड में तैनात रहे सफाई कर्मी हरिश्चन्द्र और रामनगर विकास खण्ड में मृतका सोना देवी के परिजनों की नियमानुसार नियुक्ति किये जाने, सफाई कर्मियों की ऑन लाइन उपस्थिति न कराये जाने, वर्षो से जिला मुख्यालय और ब्लाक मुख्यालयांे पर तैनात सफाई कर्मियों को उनके मूल तैनाती स्थल पर भेजे जाने, सफाई कर्मचारियों को सफाई उपकरण किट दिये जाने, महिला सफाई कर्मियों की नियुक्ति तैनाती स्थल से 5 किलोमीटर के दायरे में किये जाने, सामूहिक टीम में डियूटी से मुक्त किये जाने, सफाई कर्मचारियों से छुट्टा मवेशियों को पकड़ने या गौशाला का कार्य न लिये जाने, सफाई कर्मचारियों का पेरोल शासनादेश के अनुसार ग्राम प्रधान द्वारा ही जमा कराये जाने, वंचित सफाई कर्मियों की एसीपी लगाये जाने आदि की मांग शामिल है।
ज्ञापन सौंपने के बाद जिलाध्यक्ष अजय कुमार आर्य ने कहा कि सफाई कर्मियों का उत्पीड़न बंद न हुआ तो संघ आन्दोलन को बाध्य होगा। जिला मंत्री मनोज चौहान, कोषाध्यक्ष पेशकार, अमित चक्रवर्ती आदि ने कहा कि सफाई कर्मियों के आर्थिक, मानसिक उत्पीड़न पर रोक लगाया जाय।
ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से अशोक कुमार दूबे, बलराम यादव, संजय यादव, रूदल कुमार, जसवन्त कुमार, सूर्य प्रकाश पाण्डेय के साथ ही संघ पदाधिकारी और सफाईकर्मी शामिल रहे।