टेट की अनिवार्यता को लेकर काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे शिक्षक,चलायेंगे हस्ताक्षर अभियान
बीएसए के माध्यम से भेजा ज्ञापन, 24 दिनों तक चलेगा आन्दोलन
आन्दोलन में करें सक्रिय भागीदारी:नियमों में संशोधन से स्वतः सुरक्षित हो जायेंगे शिक्षक- उदयशंकर शुक्ल
यूपी,बस्ती। टेट की अनिवार्यता को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद शिक्षकों का आन्दोलन चरणबद्ध ढंग से जारी है। सोमवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल के नेतृत्व में शिक्षकों, संघ पदाधिकारियों ने अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति, सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश और बेसिक शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा।
07 सूत्रीय मांग पत्र में कहा गया है कि टेट अनिवार्यता समाप्त करने हेतु केन्द्र और सरकारें नियमों में संशोधन कर शिक्षा अधिकार विधेयक की धारा 23 (2) की नियमावली में आवश्यक संशोधन करें जिससे शिक्षकों की सेवा स्वतः सुरक्षित हो जाय। बीएसए ने ज्ञापन लेने के बाद कहा कि उसे सम्बंधित को भेज दिया जायेगा।
ज्ञापन देने के बाद प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल ने कहा कि 22 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक शिक्षक काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे।
इसके साथ ही 24 दिवसीय राष्ट्रव्यापी आन्दोलन में क्षेत्रीय अध्यक्ष, मंत्री और पदाधिकारी प्रतिदिन एक-एक न्याय पंचायत के शिक्षकों का हस्ताक्षर करायेंगे। हस्ताक्षरित ज्ञापन ई मेल आई.डी. के माध्यम से राष्ट्रपति, सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश और बेसिक शिक्षा मंत्री को भेजा जायेगा।
जिला मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने केन्द्र और राज्य सरकार से मांग किया कि शिक्षकों की समस्याओं का शीघ्र हल खोजा जाय,वरना 15 लाख से अधिक शिक्षकों की नौकरियों पर खतरा उत्पन्न हो जायेगा।
कहा कि यह आन्दोलन स्वयं और अपने जनपद व विकास क्षेत्र के समस्त शिक्षकों की सेवा सुरक्षा से जुड़ा है। इसमें शिथिलता न बरता जाय।
यह जानकारी देते हुये संघ के जिला प्रवक्ता सूर्य प्रकाश शुक्ल ने बताया कि बीएसए को ज्ञापन सौंपने के दौरान मुख्य रूप से अभय सिंह यादव, महेश कुमार, शैल कुमार शुक्ल, चन्द्रभान चौरसिया, रीता शुक्ला, सरिता शुक्ला, इन्द्रसेन मिश्र, दिवाकर सिंह, देवेन्द्र वर्मा, कृष्ण बिहारी पाण्डेय, आदित्यनाथ त्रिपाठी, रामपाल चौधरी, त्रिलोकीनाथ,अखिलेश चौधरी, उमाशकर मणि त्रिपाठी, योेगेश्वर प्रसाद शुक्ल, रामतीर्थ, भईयाराम राव, सत्य प्रकाश पाठक, भरत राम, विपिन कुमार त्रिपाठी, अभिषेक शुक्ल, विनोद यादव, मनोज कुमार, प्रशान्त कुमार, सुशील कुमार, मो. सलाम सहित अन्य शिक्षक शामिल रहे।