बस्ती: कोविड के अनुरूप व्यवहार करें, त्योहार की खुशियां बढ़ाएं

 कोविड के अनुरूप व्यवहार करें, त्योहार की खुशियां बढ़ाएं

- कोरोना अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, सतर्कता है जरूरी

- दुकानदार अपने साथ दूसरों का भी रखें ध्यान, जरूर लगाएं मॉस्क

बस्ती। बेहतर स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि की कामना के लिए मनाए जाने वाले त्योहार धनतेरस, दीपावली, भाई दूज व छठ पूजा की खुशियां बरकरार रखने के लिए जरूरी है कि हर कदम पर कोरोना को लेकर पूरी सावधानी बरते। कोविड का टीका नहीं लगवाया है तो तत्काल लगवाएं। पहली डोज लगवा चुके लोग समय आने पर दूसरी डोज में देरी न करें। कोरोना से बचाव के लिए दोनों डोज टीका लगवाना जरूरी है।

यह कहना है जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एफ हुसैन का। उनका कहना है कि धनतेरस और दीपावली की खरीदारी के लिए बाजार में अच्छी भीड़ देखी जा रही है। ऐसे में हर किसी को यह याद रखना है कि अभी कोरोना ख़त्म नहीं हुआ है। इन प्रमुख त्योहारों की खुशियां हमेशा के लिए बरक़रार रखने को कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखना जरूरी है।

खरीदारी के समय इन बातों का रखे ख्याल

- बाजार में खरीदारी के वक्त मॉस्क से मुंह व नाक अच्छी तरह से ढककर रखें।

- एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखना है।

- दुकान में प्रवेश करते वक्त और निकलते वक्त हाथों को सेनेटाइज करें।

- बाजार से लौटने पर जूते-चप्पल बाहर ही उतार दें।

- बाजार से लाए सामान थोड़ी देर के लिए खुले में रख दें।

- अच्छी तरह से साबुन-पानी से हाथ धुलने के बाद ही घर के किसी सामान को हाथ लगाएं। - - दुकानदार पूरे समय मॉस्क लगाकर रखें और बीच-बीच में हाथों की स्वच्छता का भी ख्याल रखें।

जीवन को स्याह बना सकती है पटाखों की रोशनी

 किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के कोविड टीकाकरण के ब्रांड एम्बेसडर डॉ. सूर्य कांत का कहना है कि पटाखों की चंद सेकंड की रोशनी और धमक कई लोगों के पूरे जीवन को स्याह बना सकती है। दीपावली पर घर-परिवार को पटाखों से दूर रखकर कोरोना से खुद को सुरक्षित बनाए और दूसरों को भी सुरक्षित बनाने का नेक काम करें।

डॉ. सूर्यकांत का कहना है कि कोरोना सबसे ज्यादा फेफड़ों पर ही असर पड़ता है। पटाखों का शोर और उसका धुआं हमारी सांस और फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है। घर-परिवार और समुदाय को सुरक्षित बनाने के लिए इस बार पटाखों से दूर रहें। पटाखों का धुआं व शोर किसी बीमार की हालत को गंभीर बना सकता है। इस बार पटाखों से तौबा करने में ही हर किसी की भलाई है और यदि पटाखे जलाना ही है तो ग्रीन पटाखों का चयन करें। सेनेटाइजर लगे हाथों से कतई पटाखों को न छुएं। यह घातक हो सकता है।


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