विधायक अजय सिंह ने सदन में किया बस्ती का नाम वशिष्ठ नगर करने सहित विभिन्न मांग

विधायक अजय सिंह ने सदन में किया बस्ती का नाम वशिष्ठ नगर करने सहित विभिन्न मांग

बस्ती। हरैया विधायक अजय सिंह ने सदन में बस्ती का नाम वशिष्ठ नगर करने, बस्ती में हिंदी विश्वविद्यालय खोलने, संस्कृत विश्वविद्यालय खोलने और हरैया में दो तहसील करने की मांग मंगलवार को सदन में उठाई। राज्य सरकार द्वारा पेश किए गए बजट की सराहना करते हुए विधायक ने सदन में कहा कि यह बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने वाला है। कहा कि बजट में सभी विभागों शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, लोक निर्माण आदि का ख्याल रखा गया है। बस्ती जनपद का नाम वशिष्ठ नगर रखने की मांग करते हुए कहा कि भगवान राम से लेकर विभिन्न महापुरुषों की पहचान जिस बस्ती से है वह बस्ती स्वयं पहचान को मोहताज है इसलिए बस्ती जिले का नाम वशिष्ठ नगर रखा जाए। महापुरुषों के नाम पर विभिन्न जनपदों का नाम बदला गया है। इसी तर्ज पर बस्ती का नाम भी वशिष्ठ नगर रखा जाए जिससे 155 साल पुराने जिले को पहचान मिल सके। विधायक ने राज्य सरकार से मांग किया कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध आचार्य रामचंद्र शुक्ल के नाम पर बस्ती में हिंदी विश्वविद्यालय खोला जाए। भगवान राम के जन्म के लिए यज्ञ कराने वाले श्रृंगीऋषि के नाम पर संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग किया। विधायक ने सदन में कहा कि हरैया हिंदुस्तान ही नहीं एशिया की सबसे बड़ी तहसील है जिसमें 1529 राजस्व गांव जिसकी व्यवस्था चलाना बड़ा जटिल है इसलिए सरकार से मांग किया कि हरैया में दो तहसील बना दी जाए जिससे व्यवस्था सकुशल चल सके। महाकुंभ के बारे में बोलते हुए कहा कि 144 साल बाद बने इस महायोग में पूरा देश त्रिवेणी ने स्नान के लिए उमड़ पड़ा है यह देशवासियों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति अटूट विश्वास है। जहां हर वर्ग के लोग बड़ी संख्या में एक साथ महाकुंभ में स्नान कर रहे हैं वहीं विपक्ष अनर्गल प्रलाप कर रहा है।

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1 Comments
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  1. बस्ती का नाम वशिष्ठ नगर करने से कुछ नहीं होगा, बस्ती के नाम को ही विश्व पर रोशन करने की आवश्यकता है, नाम बदलने से बस्ती का विकास नहीं होगा, बस्ती की जनता नाम बदलने के पक्ष में नहीं है।

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