डिजिटल हाजिरी का विरोध जारी, आदेश वापस लेने पर अड़े शिक्षक
बस्ती। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कार्यरत समस्त स्टाफ की हाजिरी डिजिटल माध्यम से लगाने के आदेश का विरोध शिक्षकों द्वारा मंगलवार को भी जारी रहा। शिक्षकों ने सोमवार की तरह मंगलवार को भी काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक अनुचर सभी का कहना है कि जो हमारी लंबित मांगे हैं उन्हें पूरा किए बगैर डिजिटल हाजिरी अव्यवहारिक है। अतः जब तक हमारी मांगे नहीं पूरी होती हैं तब तक इस आदेश को वापस लिया जाए। शिक्षक नेता रवीश कुमार मिश्र और विवेक कान्त पाण्डेय ने बताया कि वेतन विसंगति, हाफ सीएल, राज्य कर्मियों की भांति ईएल, चिकित्सा सुविधा, समय से पदोन्नति, पुरानी पेंशन व्यवस्था, शिक्षामित्र और अनुदेशकों का नियमतीकरण, अनुचरों की पदोन्नति आदि मुद्दे प्रमुख हैं। इन मुद्दों के हल हुए बगैर ऑनलाइन उपस्थिति उचित नहीं है। विभागीय आंकड़े की माने तो सोमवार को जिले के 2076 परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत 8135 स्टाफ में से सिर्फ 70 लोगों ने डिजिटल माध्यम से हाजिरी लगाई थी। जो आंकड़ा एक प्रतिशत से भी कम रहा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने गत सोमवार से यह व्यवस्था लागू कराने के लिए बीएसए और बीईओ को निर्देश जारी किए थे कि परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को प्रतिदिन अपनी उपस्थिति, विद्यालय आगमन का समय डिजिटल उपस्थिति पंजिका में सुबह 7रू45 से 8 बजे तक दर्ज करनी होगी। बाद में सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी गई कि स्कूल के शिक्षक अब निर्धारित समय के 30 मिनट बाद तक उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं। हालांकि, उन्हें देरी से पहुंचने का कारण बताना होगा।